लेखनी प्रतियोगिता -27-Aug-2022 हमारे प्यार का सिलसिला
रचीयता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक - हमारे प्यार का सिलसिला
विषय-सिलसिला
आज है एक सुहानी सांझ,
चलो मिलकर बैठे साथ,
बनाये इस सांझ को यादगार,
इन सिलसिलो का लिखे इतिहास।
देख चांद चांदनी का प्यार,
मन में हो उठी आहट,
दोनों के मिलन की आई है रात,
अपनी चाहत का ,लिखगे सिलसिला।
तेरी बाहों में मिलता सकून मुझे,
तेरी चाहतों को छू जाऊं इन लबों पर,
रंगीन हो जाए यह शाम,
ऐसा हो इन सिलसिलो का जाम।
देख बन बैठा हूं तेरा चांद,
तू बन जा मेरी चांदनी,
बन जाए हम दोनों की कहानी,
ऐसी हो सिलसिलो की रवानी।
छाई है आज कयामत,
ना रोक इस कयानात को,
मोहब्बत छू रहा है आसमान,
छूने दो ऊंचाइयों का सिलसिला।
आज चढ़ा है हमारा प्यार परवान,
हर लफ्जों में करे हम ब्यान,
ऐसा हो हम दोनों का प्यार,
लिखेंगे हम प्यार का सिलसिला।
जिंदगी का है यह उपहार,
दोनों मिलकर रहेंगे साथ,
हम दोनों निभाएंगे अपना प्यार
प्यार में लिखेंगे सिलसिलो का इतिहास।
दीया बाती जैसा निभाएंगे रिश्ता,
अटूट बंधन होगा हमारा रिश्ता,
दोनों मिलकर निभाएंगे यह रिश्ता,
हमारी रिश्तो का लिखा जाएगा सिलसिला।
हमारा प्यार का सिलसिला,
बनेगी एक मिसात,
कहीं नहीं बुझने देंगे मसाल,
रेशम की डोर जैसा बनाएंगे प्यार।
shweta soni
31-Aug-2022 11:35 AM
Behtarin rachana
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Abhinav ji
28-Aug-2022 10:54 PM
Very nice👍
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Ajay Tiwari
28-Aug-2022 05:26 PM
Very nice
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